जैसलमेर में स्लीपर बस अग्निकांड में बुधवार को सरकार नें लिया एक्शन,दो अफसर सस्पेंड
मंगलवार की दोपहर जैसलमेर हाइवे पर अचानक स्लीपर बस में लगी भीषण आग में 21 लोगों की जलकर दर्दनाक मौत और 10 लोगों के बुरी तरह झुलस जाने की खबर से सम्पूर्ण भारत में शोक छा गया,
TIMES7NEWS -राजस्थान के जैसलमेर से जोधपुर जा रही बस थाईयात नेशनल हाइवे पर हादसे का शिकार हो गई, मंगलवार की दोपहर लगभग साढ़े तीन बजे हुए दर्दनाक बस अग्निकांड से देश और प्रदेश में शोक छा गया, स्लीपर बस में अचानक आग लग गई और देखते ही देखते पूरी बस आग का गोला बन गई, मिली जानकारी के अनुसार बस में 50 से अधिक यात्री सफर कर रहे थे जिनमें महिलाएं और बच्चे भी थे, इस दर्दनाक हादसे में अभी तक 21 लोगों की जलकर मृत्यु हो जाने की और 10 लोगों की बुरी तरह झुलसे होने की व 4 लोगों की महात्मा गांधी हॉस्पिटल के वेंटीलेटर में होने की जानकारी प्राप्त हुई हैं!
नान AC में रजिस्टर्ड हुई थी बस AC में मॉडिफाई करवाई थी बस, सरकार नें एक्शन लिया, हादसे का शिकार हुई बस की बॉडी को चित्तौड़गढ़ के परिवाहन विभाग नें अप्रूप किया था, बस की बॉडी को अप्रूव करने वाले चित्तौड़गढ़ के कार्यवाहक DTO सुरेन्द्र सिंह एवं सहायक प्रशासनिक अधिकारी चुन्नीलाल को सस्पेंड कर दिया गया हैं!
1 अक्टूबर को पंजीयन हुई और 14 अक्टूबर को हादसे का शिकार हो गई बस एक बहुत बड़ा सवाल खड़ा होता हैं!
1 मई को बिल हुई थी बस और तीन महीने में बस की बॉडी तैयार हुई थी, नान AC को AC में मॉडिफाई करवाया गया था, इतनी नई बस हादसे का शिकार हो गई,हादसे की वजह लोगों का अपना अपना अनुमान, कोई बता रहा बस की दिग्गी में पटाखे रखे थे तो कोई कह रहा की AC का कंप्रेसर धमाके के साथ फटा!
मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर नें कहाँ की AC का कंप्रेसर धमाके के साथ फटा जिससे भीषण आग लग गई और बस में एक ही दरवाजा होने की वजह से आगे बैठे यात्रियों नें कूद कर जान बचा ली और जो पीछे फंस गए उनका कोई अता पता नहीं घटना स्थल पहुँची आर्मी नें कुछ को जलती बस से बाहर घसीट लिया बाकी सब जलकर राख हो गए!
इस दर्दनाक हादसे में जान गावाने वाले मृतकों के परिवार वालों को प्रधानमंत्री राहत कोष से 2 लाख और घायलों को 50 हजार की आर्थिक सहायता की घोषणा की हैं, प्रधानमंत्री मोदी जी नें × पर पोस्ट की है कि जिसमें लिखा हैं कि राजस्थान के जैसलमेर हादसे में हुई दुर्घटना से हुई जान माल कि हानि से मन व्यथित हैं!