जर्जर भवन में बना भाऊपुर का पोस्ट ऑफिस
खतरे में कर्मचारियों को मजबूरन करना पड़ रहा काम
दिनदहाड़े अंदर घुस आते जहरीले सांप
सुनने वाला कोई नहीं,
कैसे करें काम
सीलन भरे भवन में फैला बिजली के तारों का जाल
कानपुर देहात भाऊपुर सदियों पुराने भवन में जोकि अब जर्जर हो चला है।उस भवन में भावपुर का पोस्ट ऑफिस खुला है। कई जगह दीवाले अंतिम सांसे गिन रही है।ईटों में लगा नोना झरता रहता है।एक कमरे की पूरी इमारत में जबरदस्त फैली हुई ऐसी सीलन क्योंकि पोस्ट ऑफिस को टेक्नॉलॉजी से जोड़ दिया गया है।इसलिए बिजली के तारों का जाल किसी भी दिन बड़े हादसे का कारण बन सकता है। एक मात्र लगी खिड़की से जहरीले सांप बिच्छू व खन खजूर भी दिनदहाड़े कार्यालय के अंदर घुस आते हैं। और बरसात के मौसम में घुटनों तक पानी भरने की बात पोस्ट ऑफिस के कर्मचारियों ने बताई मजे की बात यह है। कि सरकार ऐसे भवन के लिए एक हजार रुपए मासिक किराया भी देती हैं।
भवन की हालत आप नीचे दिए गए वीडियो में देख सकते हैं।
रिपोर्टर इन चीफ:- सुशील निगम
खतरे में कर्मचारियों को मजबूरन करना पड़ रहा काम
दिनदहाड़े अंदर घुस आते जहरीले सांप
सुनने वाला कोई नहीं,
कैसे करें काम
सीलन भरे भवन में फैला बिजली के तारों का जाल
कानपुर देहात भाऊपुर सदियों पुराने भवन में जोकि अब जर्जर हो चला है।उस भवन में भावपुर का पोस्ट ऑफिस खुला है। कई जगह दीवाले अंतिम सांसे गिन रही है।ईटों में लगा नोना झरता रहता है।एक कमरे की पूरी इमारत में जबरदस्त फैली हुई ऐसी सीलन क्योंकि पोस्ट ऑफिस को टेक्नॉलॉजी से जोड़ दिया गया है।इसलिए बिजली के तारों का जाल किसी भी दिन बड़े हादसे का कारण बन सकता है। एक मात्र लगी खिड़की से जहरीले सांप बिच्छू व खन खजूर भी दिनदहाड़े कार्यालय के अंदर घुस आते हैं। और बरसात के मौसम में घुटनों तक पानी भरने की बात पोस्ट ऑफिस के कर्मचारियों ने बताई मजे की बात यह है। कि सरकार ऐसे भवन के लिए एक हजार रुपए मासिक किराया भी देती हैं।
भवन की हालत आप नीचे दिए गए वीडियो में देख सकते हैं।
रिपोर्टर इन चीफ:- सुशील निगम