एसपी पलवल के आदेश के बावजूद दोषी आईयू रमेश चंद्र पर नहीं हुई कोई भी कार्यवाही।


सीमा चौहान रेप एंड सुसाइड  मामले में सीमा का सुसाइड नोट गायब किया था रमेशचंद्र ने।


ग्रीवेंस कमेटी पलवल की मीटिंग में सीमा के पति हेमराज ने विवेचना अधिकारी पर लगाए थे गंभीर आरोप।


हरियाणा : पलवल पिछले लगभग 6 वर्षों से अपने लिए न्याय मांग रही सीमा चौहान जिसने अपने साथ हुए अमानवीय कृत्य के विरुद्ध पुलिस का दरवाजा खटखटाया।लेकिन पलवल पुलिस नें आरोपियों पर कोई कार्यवाही नही की ।जिसकी वजह से पीड़िता नें आत्महत्या करना ज्यादा बेहतर समझा।उसने मृत्यु का कारण स्पष्ट करते हुए एक सुसाइड नोट लिखा और आत्महत्या कर ली।लेकिन फिर भी हरियाणा पलवल पुलिस विभाग को जरा भी शर्म नहीं आई और उसका सुसाइड नोट गायब कर समाज के उन दानवों को बचाने में आज तक जुटी है।


पहली बार हरियाणा मानवाधिकार आयोग की मीटिंग के समक्ष एसपी पलवल ने यह स्वीकार किया की पुलिस फाइल से असली सुसाइड नोट गायब करने में तत्कालीन विवेचना अधिकारी का हाथ है।एसपी राजेश दुग्गल ने यह भी कहा कि उसके विरुद्ध सख्त से सख्त कानूनी कार्यवाही की जाएगी और 15 दिनों में कार्यवाही करने का आदेश भी जारी किया।लेकिन मामला ज्यों का त्यों रहा।

अब देखना यह है, की सीमा रेप एंड सुसाइड मामले में हरियाणा मानवाधिकार आयोग कितनी दूर तक इस मामले का बोझ उठा सकता है?क्योंकि इससे पहले केंद्रीय बाल एवं महिला विकास मंत्रालय द्वारा भी इस केस को लेकर सख्त कदम उठाए गए लेकिन उनका कोई सकारात्मक परिणाम देखने में नहीं आया। अब भगवान जाने इस केस के आरोपियों की पहुंच कहां तक है? जो पूरा की पूरा पुलिस महकमा, राजनीतिक तंत्र सब एक तरफ खड़े हो जाते हैं,लेकिन इन वहशी भेड़ियों पर कार्यवाही करने में कानून के हाँथ छोटे पड़ जाते हैं।अब तो (ऐसा प्रतीत होता है, कि भारत देश में केवल निर्भया का ही बलात्कार हुआ ना इससे पहले कोई बलात्कार हुआ ना बाद में कोई बलात्कार होने की पुष्टि हुई क्योंकि निर्भया के दोषियों के साथ जो हुआ वह दूसरी निर्भयाओं के दोषियों के साथ क्यों नहीं हो रहा ?) यह अत्यंत विचारणीय तथ्य है, पूरे देश की आम जनता का भरोसा इन तथ्यों पर टिका रहता है।


(एडीटर इन चीफ : सुशील निगम)

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