फाइनेंस कंपनी व उसकी एसोसिएट कंपनी द्वारा मिलकर ग्राहक के साथ किए गए फ्रॉड नहीं खोल पा रही कानपुर पुलिस
जांच अधिकारी निष्पक्ष जांच कर पाने में अक्षम विवेचक की भूमिका संदिग्धपीड़ित के द्वारा सारे सबूत दिए जाने के बावजूद कानपुर पुलिस को मैग्मा फिनकॉर्प और एमएसडी एसोसिएट के द्वारा किया गया अपराध नहीं दिखाई दे रहाएक बहुत बड़ा सबूत इस बात का कि मैग्मा फिनकॉर्प लिमिटेड को यह अच्छी तरह मालूम है की एमएसडी एसोसिएट द्वारा एक बहुत बड़ी रकम जो कि ग्राहकों की थी ग्राहकों तक नहीं पहुंची हड़प ली गई है, जिसका मामला कानपुर के काकादेव थाने में देवेंद्र सिंह, किरण बाला एवं सत्येंद्र दुग्गल के नाम से दर्ज है, अब इसके बावजूद अपनी वो रकम यदि मैग्मा फिनकॉर्प लिमिटेड मासूम ग्राहकों से वसूल करती है तो यह किस अपराध की श्रेणी में आएगा यह ठगी नहीं तो क्या है, जबरन ग्राहकों द्वारा दी गई हस्ताक्षरित खाली चेकें ग्राहकों को वापस न करके उनके अकाउंट में लगाकर बाउंस कराकर फिर उन्हें एन आई एक्ट का अपराधी बनाना यह अपराध नहीं तो क्या है, इसका जवाब कौन देगा क्योंकि कानपुर पुलिस को तो कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा अब ना दिखने का कारण कुछ भी हो भाई फाइनेंसियल कंपनी है, अब फाइनेंस की तो कोई कमी होगी नही न
आगे भगवान जाने
(एडीटर इन चीफ : सुशील निगम)