आखिर नगर निगम की मंशा क्या है?

यशोदा नगर निजाम चौराहे पर बने मौत के कुएं को किसका इंतजार है?

लगभग 6 महीने से खुला पढ़ा नाला

कानपुर:- यशोदा नगर निजाम चौराहा उपासना गेस्ट हाउस के सामने लगभग 6 महीने पहले सफाई के लिए लगभग 50 फुट नाला खोला गया सफाई हुई या नहीं हुई नाले को दोबारा बंद नहीं किया गया। नगर निगम अधिकारियों को मौत की उस सड़क का कोई अंदाजा नहीं जो नाले के गंदे पानी से डूबने पर हुई हो इसलिए शायद नाले को खुले ही छोड़ दिया गया।या फिर सरकार की मछली पालन की मनसा से खुला छोड़ दिया गया। या फिर नाला पहले से ही साफ था थोड़ी गंदगी भर जाए फिर साफ करके ढक दिया जाए ऐसा सोच नगर निगम कर्मियों ने नाले को खुला छोड़ दिया होगा। या फिर दो चार जानवरों या एक दो इंसानी मौतों के बाद उसे खूनी नाले का नाम देकर नाले को हमेशा के लिए बंद कर देने की योजना नगर निगम अधिकारियों के मन में होगी

अरे अंधे बहरों कोई तो काम सही करो

रिपोर्टर इन चीफ--सुशील निगम
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